



काशीपुर। जनजीवन उत्थान समिति के तत्वाधान में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती मनाई गई। स्व. सत्येंद्र चंद्र गुड़िया मार्ग स्थित श्री जगदीश प्रेरणा भवन में एक गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा ने की। उन्होंने कहा कि सन 1984 से भारत सरकार द्वारा 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। स्वामी विवेकानंद के विश्वव्यापी विचार न सिर्फ भारत अपितु विश्व के समस्त युवाओं ने स्वीकार किए। नर सेवा नारायण सेवा का मंत्र देने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है। उनके विचारों से भारत ही नहीं बल्कि विश्व उन्हें एक प्रेरणा के रूप में याद करता है। भारतीय आत्मा को अक्षुण्ण रखते हुए सार्वभौमिक विचारों से संवाद स्वामी जी की प्रमुख विशेषता रही है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि भारत विश्व गुरु बनेगा जो पूरे विश्व का पथ प्रदर्शक बनकर विश्व शांति के मिशन को आगे बढ़ाएगा। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि दुनिया में लोग वेदांत पर बात करते हैं परंतु मनुष्यता का वेदांत कोई नहीं पढ़ाता। स्वामी विवेकानंद चाहते थे कि पूरी दुनिया में मानवतावाद को बढ़ावा देने के लिए भारतीय युवा अपनी भूमिका निभाई। 1893 में शिकागो के धर्म संसद में विवेकानंद ने धार्मिक सद्भावना की बात की थी। आज जरूरत इस बात की है कि देश के युवाओं को जोकि जाति, धार्मिक उन्माद व कट्टरता में फंसे हुए हैं, उन्हें उनका भाषण सुन कर उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। वह हमेशा राष्ट्रवाद व राष्ट्रप्रेम की हिमायत लेते थे। आज उनके सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमृत काल के पांचों संकल्प स्वामी विवेकानंद के विचारों से ही ओतप्रोत हैं। कहा कि आज राष्ट्रीय युवा दिवस पर व स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती पर हम संकल्प लें कि उनके विचारों को आत्मसात कर देश को आगे बढ़ाने में देश का युवा अग्रिम पंक्ति में आएगा। गोष्ठी समारोह में मिष्ठान वितरण किया गया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार मिश्रा, भास्कर त्यागी एडवोकेट, सैयद आसिफ अली, देवांग मिश्रा एडवोकेट, अमृतपाल एडवोकेट, रईस अहमद एडवोकेट, जहांगीर आलम एडवोकेट, विवेक मिश्रा एडवोकेट आदि उपस्थित थे।