दिल्ली। शादी का झांसा देकर कॉल सेंटर में काम करने वाली महिला सहकर्मी को मुम्बई से दिल्ली लेकर आ गया। जब युवती ने शादी का दबाव बनाया तो युवक ने हत्या कर शव के कई टुकड़े कर दिए। फिर उन्हें दिल्ली के अलग-अलग ठिकानों में फेंक दिया। घटना के करीब पांच महीने बाद वारदात का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि 59 वर्षीय विकास मदान वाकर ने आठ नम्वबर को अपनी बेटी के अपहरण की एफआईआर दिल्ली के महरौली थाने में दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि वह परिवार सहित महाराष्ट्र के पालघर में रहते हैं। पीड़ित की 26 वर्षीय बेटी श्रद्धा वाकर मुम्बई के मलाड इलाके में स्थित बहुराष्ट्रीय कम्पनी के कॉल सेंटर में नौकरी करती थी। यहीं पर श्रद्धा की मुलाकात आफताब अमीन से हुई। जल्द ही दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और वे लिव-इन रिलेशन में रहने लगे। जब परिवार को इस रिश्ते के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया।
फेसबुक की फोटो से मिली युवती की लोकेशन
श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर ने बताया कि विरोध करने पर बेटी और आफताब ने अचानक मुम्बई को छोड़ दिया था। बाद में मालूम हुआ कि वे महरौली के छतरपुर इलाके में रहते हैं। उन्होंने बताया कि किसी न किसी माध्यम से बेटी की जानकारी मिलती रहती थी। उन्हें फेसबुक पर अपलोड की गई फोटो से यह भी पता लगा कि श्रद्धा हिमाचल प्रदेश घूमने भी गई है, लेकिन उसके बाद से कोई सूचना नहीं मिली। फिर फोन नंबर पर भी सम्पर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी नहीं मिला। फिर अनहोनी की आशंका होने पर वह आठ नवंबर को सीधे छतरपुर स्थित फ्लैट में गए जहां बेटी किराये पर रहती थी। वहां पर ताला बंद होने के बाद विकास ने महरौली थाने में पहुंचकर पुलिस को अपहरण की सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई।