बृज महोत्सव में कृष्ण भक्ति की धूम
संस्कार भारती के मंच पर थिरके छात्र-छात्रा,
रूद्रपुर।संस्कार भारती द्वारा आयोजित ब्रज महोत्सव में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित विभिन्न प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।रुद्रपुर के रुद्रा होटल के सभागार में शनिवार की शाम ब्रज महोत्सव का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक शिव अरोरा,क्षेत्र संगठन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम डाल चंद, कार्यक्रम अध्यक्ष भारत भूषण चूघ संस्कार भारती अध्यक्ष कुशल अग्रवाल, द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित करके किया गया।संस्कार भारती के अध्यक्ष कुशल अग्रवाल,महामंत्री सुनील शुक्ला एवं कोषाध्यक्ष विमला रानी ने सभी आगंतुकों का विधिवत स्वागत किया।विधायक शिव अरोरा ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति पूरे विश्व में सर्वाधिक प्राचीन सभ्यताओं में गिनी जाती है।कहा कि श्री कृष्ण के उपदेशों पर आधारित गीता संसार की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने का मार्ग प्रशस्त करती है।विधायक अरोरा के मुताबिक भारत के तीज त्यौहार एवं यहाँ की गौरवशाली परंपराओं को दुनिया के अन्य देशों के लोग भी तेजी से आत्मसात कर रहे हैं।विधायक अरोरा ने युवा पीढ़ी का आह्वान करते हुए उन्हें सनातन धर्म का योद्धा बताते हुए भारत को पुनः विश्व गुरु की पदवी पाने के लिये युवाओं की भूमिका अहम बताई।ब्रज महोत्सव में जूनियर व सीनियर आयु वर्ग में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने श्री कृष्ण द्वारा बाल्यकाल से लेकर जीवन पर्यंत की गयी लीलाओं को नृत्य कला द्वारा अभिनीत किया।कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ भाजपा नेता भारत भूषण चुघ ने संस्कार भारती द्वारा आयोजित ब्रज महोत्सव को युवाओं को संस्कारवान बनाने में अमूल्य सहयोग देने वाला बताया।उन्होंने समाज से भगवान श्री कृष्ण के सिद्धांतों पर चलने का आह्वान किया।ब्रज महोत्सव मे स्कूली बच्चों ने ‘‘गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो’’ ‘‘कान्हा सोजा जरा’’, ’’राधा कैसे न जले,’’ वो है अलबेला मद नैनों वाला, ’’सपनो में रात में आया मुरलीवाला रे,’’ ’’मधुवन में राधा’’, ’’सो जा जरा गोपियों की विनती है कान्हा’’ आदि कृष्ण भक्ति पर आधारित गीतों पर नृत्यु की धमाकेदार प्रस्तुति दी। बृज महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले सभी स्कूली बच्चों को संस्कार भारती द्वारा पुरूस्कार वितरित किये गये।इस दौरान वरिष्ठ समाज सेवी जसविंदर खरबंदा,पंकज अग्रवाल,
बी एल चोमवाल,विमल मेहरा,युगराज रघुवंशी,विमल मेहरा,राजेश श्यामपुरिया,राजकुमार बिंदल,हरवीर चौधरी,अरुण अग्रवाल,अशोक मित्तल, सुषमा अग्रवाल,अशोक सागर,ललित शर्मा,रश्मि रस्तोगी,शालिनी बोरा कनिका चूघ,ममता त्रिपाठी,दीपा जोशी,मोहन तिवारी,विनोद फौगाट,रवि अग्रवाल, प्रमोद मित्तल,आदि थे।कार्यक्रम का सफल संचालन शैली बंसल एवं विमल मेहरा द्वारा किया गया।