



फैक्ट्री प्रबंधन (कार्मिक विभाग) द्वारा उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया
काशीपुर। वर्तमान वेतन एवं 33 माह का पीएफ ग्रेज्यूटी न दिये जाने के सम्बंध में एक फैक्ट्री प्रबंधन (कार्मिक विभाग) द्वारा उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में कहा गया कि हमारी कम्पनी 2009 से अभी तक सुचारू रूप से चलती आ रही है परन्तु पिछले 3 वर्ष से कम्पनी मालिक व कारखाना प्रबंधक न पीएफ जमा कर रहे है और न ही वर्तमान वेतन भुगतान समय से कर रहे है। समस्त कर्मचारियो का वर्तमान वेतन दो माह से आठ माह तक कम्पनी ने रोक रखा है और बात करने पर कभी 2000/- कभी 3000/- दे देते हैं। आज की यह स्थिति है कि सभी कर्मचारी रोटी, दवाई और बच्चों की फीस, मकान का किराया नहीं दे पा रहे है जिससे मरने तक की नौबत आ गई है। 9 मार्च 2025 को जितेन्द्र कुमार वर्मा ऑपरेटर सोल्जर प्लान्ट की हार्ट अटैक से पैसे की तंगी के कारण ऑन डयूटी मौत हो गई। यह स्थिति सभी कर्मचारियों की हो गई है। कभी भी किसी के भी साथ हादसा हो सकता है। फिर भी समस्या में कोई सुधार नहीं है। अधिकारीगण क्या देखते है। हर माह कर्मचारी के वेतन से पीएफ कटता है लेकिन कम्पनी जमा नहीं करती है। कारखाने के मालिक व प्रबंधक से जुलाई 2024 में सभी कर्मचारियों ने बात की जिस पर कम्पनी के मालिक सौरभ कलानी व कारखाना प्रबंधक अतुल असावा ने सभी आश्वासन दिया कि अगले 6 माह के भीतर सभी का पिछला पीएफ जमा हो जायेगा और इसी माह से अगला भी पीएफ जमा होना शुरू हो जायेगा मगर अभी तक कुछ भी नही हुआ।
जो लोग कम्पनी छोड़कर जा चुके है उनका भी वर्तमान वेतन, पीएफ और ग्रेच्यूटी नहीं मिली है। इनमें से बहुत से लोग ऐसे है जिनको नौकरी छोड़े लगभग 2 वर्ष हो चुके है। हर वर्ष पीएफ ऑफिस एवं लेवर ऑफिस कम्पनी में ऑडिट करता है, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नही हो पाया है। मांग उठाई कि पीएफ अधिकारियों पर जाँच करायी जाये कि वो अभितक पीएफ जमा क्यो नही कराया और क्या देखा। केके तिवारी, राजेश दुबे, प्रीतम चौहान, योगेश दुबे, नाजिम, नीरज सिंह, अमित, मदन मोहन, प्रदीप कुमार, रामवीर सिंह, रंजीत सिंह व जगदीश वर्मा थे।