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प्रीत बिहार में अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल में गलत इलाज से हुई मासूम बच्चे की मौत पर विधायक शिव अरोरा का पारा चढ़ा, विधायक ने हॉस्पिटल के खिलाफ कड़ी कारवाही के दिये निदेश, सीएमओ को जांच कमेटी गठित कर कठोर कार्यवाही को कहा

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*प्रीत बिहार में अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल में गलत इलाज से हुई मासूम बच्चे की मौत पर विधायक शिव अरोरा का पारा चढ़ा, विधायक ने हॉस्पिटल के खिलाफ कड़ी कारवाही के दिये निदेश, सीएमओ को जांच कमेटी गठित कर कठोर कार्यवाही को कहा*

विधायक रुद्रपुर । रुद्रापुर शहर के प्रीत बिहार क्षेत्र में अवैध रुप से संचालित एक अस्पताल में 06 दिन के मासूम की मौत हो गई। अस्पताल में इससे पहले भी कई बच्चों की मौत की बात समाने आती है। सूचना पर मौके पर पहुंची विधायक शिव अरोरा का मामले की जानकारी मिलते ही संचालक पर हुआ पारा हाई उन्होंने तत्काल ही हॉस्पिटल को सीज करने ओर सीमाओ को जांच कमेटी बैठने के दे दिये निर्देश, पुलिस ने मृतक बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। विधायक शिव अरोरा मौके पर पहुँचे अस्पताल में कोई डाक्टर भी नहीं मिला है। ओर जानकारी मिली कि बिना डॉक्टर के ही चलता है यह अवैध हॉस्पिटल , इसको लेकर विधायक शिव अरोरा गुस्से में आ गये की इस प्रकार से मसूल की जान के साथ खिलवाड़ करने वालो को किसी भी हाल में बक्शा नही जायेगा साथ ही इसकी जांच करवा कर इस घटना के पीछे आरोपी के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी, उन्होंने कहा ऐसे ओर भी हॉस्पिटल पाये गये तो उनके खिलाफ भी वह स्वास्थ्य विभाग को अभियान चलाने के लिये कहने वाले हैं ,

विधायक शिव अरोरा ने मृतक शिशु के परिजनों से मिलकर उनको ढांढस बंधाया ओर हर सम्भव मदद के लिये आश्वस्त किया।

वही परिजनों ने विधायक शिव अरोरा को मामले की जानकारी दी कि शहर के प्रीत बिहार क्षेत्र में संचालित अस्पताल में मंगलवार को गुरुनानक डिग्री कालेज के निकट निवासी नीरज ने अपने तीन दिन के बालक को भर्ती कराया था।जिसकी गुरुवार को मौत हो गई। बच्चे की मौत से परिजनों में कोहराम मंच गया। परिजनों ने आरोप लगाया बच्चे की मौत गलत दवा,व इंजेक्शन देने की बजह से होने के आरोप लगाए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मौके पहुंची तो अस्पताल में कोई भी डाक्टर मौजूद नहीं था, बताया जा रहा कुछ अस्पताल में कोई भी डिग्रीधारी चिकित्सा नहीं है। अस्पताल के संचालक ने एक अस्पताल में कुछ दिनों बतौर कंपाउंडर काम करने के बाद अस्पताल खोले रखा है,जिसका स्वस्थ्य विभाग से रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया गया है। लोगों की मानें तो अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में एक महिला समेत कई बच्चों की मौत हो चुकी है।

अवैध अस्पताल में जानवरों की तरह भरे थे मरीज

वही विधायक मोके पर देखा मासूम की जिंदगी छीनने वाले अवैध अस्पताल में मरीजों को जानवरों की तरह रखा गया। छोटे छोटे कमरों में बैडों में कई कई मरीज लेटे हुए मिले हैं, जबकि नाबालिग कंपाउंडर मरीजों की देखभाल में लगा हुआ था। अस्पताल में बिना मानकों के पूरी लापरवाही के साथ चल रहा है


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