



नानकमत्ता। सरोजा ध्यानपुर क्षेत्र के जंगल में घास काटने गई अलग-अलग दो महिलाओ पर हमला करने वाले गुलदार की दस्तक गांव में फिर से बढ़ गई है, गांव के लोग गुलदार की दस्तक से बड़ी दहशत में हैं। शाम ढलते ही गांव के लोग घर में घुस जाते है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी दो-चार दिन में गुलदार लगातार जंगल के किनारे सड़क पर बैठ कर हमला करने का प्रयास कर रहा है, जिससे लोग बड़े खौफ में हैं। गौरतलब है कि एक महीने के अंतराल में ध्यानपुर सरोजा के जंगल में पहले एक महिला 55 वर्षीय सुमित्रा देवी पत्नी रूप सिह निवासी मगरसड़ा तथा एक महीने बाद 28 वर्षीय आरती चंद्र पत्नी राम चंद्र निवासी ध्यानपुर घास और लकड़ी लेने गई थी। तभी एक गुलदार ने अलग-अलग एक महीने के अंतराल में दोनों महिलाओ पर हमला कर दिया था, और महिलाओ की गर्दन पर नाखून से लहूलुहान कर दिया था, जिससे दोनों महिलाओ की मौके पर ही मौत हो गई थी, महिलाओ के साथ में गई उनके साथ गयी साथी महिलाओं ने गुलदार को देख कर भागकर जान बचाई थी,दोनों बार सूचना पर वन विभाग के कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे, क्षेत्र में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है। लेकिन घटना के एक महीने बाद गांव के लोगों को गुलदार की फिर दस्तक दिखाई दे रही है। जिससे गांव के लोग इतने खौफ में है कि घर से बाहर शाम को निकल ही नहीं पा रहे है, देर शाम होते ही लोग अपने घरो में बंद हो जाते है, वन विभाग द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए गए है, लेकिन वन विभाग को कोई अभी कामयाबी नहीं मिली है, ऐसे में गुलदार का खतरा लगातार बना हुआ है, गांव के लोगों में दहशत बरकरार है, वही वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप धोलाखण्डी का कहना है कि गुलदार को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही गुलदार आदमखोर घोषित करने के प्रयास किये जा रहे है।सरोजा के जंगल किनारे वार्निग बोर्ड भी लगाये गये है। कि लोग व बच्चे जंगल के किनारे न जाये।