रूद्रपुर। भाजपा के गढ़ रम्पुरा में दूसरे दिन भी भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा ने धुंआधार प्रचार किया। इस दौरान उन्हें रम्पुरावासियों भारी समर्थन देते हुए फूल मालाओं से लाद दिया। रम्पुरा की जनता ने शिव अरोरा को भारी मतों से जीत दिलाने का भरोसा दिलाया।
जनसंपर्क के दौरान भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा घर घर पहुंचे और सादगी के साथ लोगों से आशीर्वाद लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए 14 फरवरी को कमल का फूल के निशान वाला बटन दबाने की अपील की। भाजपा प्रत्याशी शिव अरोरा ने जनसंपर्क के दौरान कहा कि भाजपा एक बार फिर उत्तराखण्ड में इतिहास दोहराने जा रही है। पूरे प्रदेश में भाजपा साठ से अधिक सीटें जीतकर एक बार फिर प्रदेश में सरकार बनायेगी और 2025 तक राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प पूरा करेगी। श्री अरोरा ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में ही उत्तराखण्ड के हित सुरक्षित है। इस राज्य को संवारने का कार्य भारतीय जनता पार्टी बीते पांच सालों से बखूबी कर रही है। कोरोना काल में भी सरकार ने अपनी हर जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाया। गरीबों को राशन देने के साथ साथ विकास कार्यों को भी जारी रखा। नजूल भूमि की वर्षों पुरानी समस्या का समाधान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की रूद्रपुरवासियों को सबसे बड़ी सौगात है। भाजपा सरकार में उत्तराखण्ड हर तरफ तरक्की की ओर बढ़ रहा है। केन्द्र की मोदी सरकार का भरपूर आशीर्वाद इस प्रदेश को मिल रहा है। भाजपा ने इस बार साठ पार का जो नारा दिया है विकास के दम पर यह नारा हाल में पूरा होगा।
शिव अरोरा ने कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है अनुशासनहीनता के लिए इसमें कोई जगह नहीं है। कुछ कार्यकर्ता पार्टी के फैसले से नाराज है अधिकांश को मना लिया गया है जो नहीं मानेंगे उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। शिव अरोरा ने कहा इस चुनाव में वह सेवक बनकर जनता की सेवा के इरादे से मैदान में उतरे हैं। वह पैसा कमाने नहीं बल्कि जनता का विश्वास जीतने के लिए आये हैं। उन्हें हर वर्ग का समर्थन आशीर्वाद के रूप में मिल रहा है। कार्यकर्ताओं में जो जोश देखने को मिल रहा है उससे आगामी 10 मार्च को एक बार फिर रूद्रपुर विधानसभा में कमल खिलने जा रहा है। इस दौरान नत्थू लाल गुप्ता, सुरेश कोली, अनिल कोली, करन कोली, च न्द्रसेन कोली, शिवचरन कोली, अजय मौर्य, राम सेवक कोली, रघुवर दयाल, रतन पाल, डा. महेश, पिंटू पाल, यादराम कोली, चन्द्रसेन कोली, निशा श्रीवास्तव, संजय मौर्य, लालमन कोली, सुदामा कोली, रामकृष्ण कोली, गिरीश पाल, गोपी सागर आदि समेत तमाम कार्यकर्ता शामिल थे।