काशीपुर। चैत्र मास में लगने वाले उत्तर भारत के ऐतिहासिक चैती मेले का आज हवन-पूजन व ध्वजारोहण के साथ शुभारंभ हो गया। करीब एक महीने तक चलने वाले इस मेले में दूरदराज से लाखों श्रद्धालु मां भगवती बाल सुंदरी देवी के दर पर मत्था टेकने और मन्नत मांगने आते हैं।
ऐतिहासिक चैती मेले में उत्तराखंड के अलावा यूपी, दिल्ली और अन्य प्रांतों के श्रद्धालु भी भरपूर आस्था रखते हैं। मान्यता है कि जिस स्थान पर गर्भगृह है, वहां मां सती की बायीं भुजा गिरी थी। इसलिए इस मंदिर को 52 शक्तिपीठों में एक माना जाता है। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन मां भगवती के हवन-पूजन के उपरांत ध्वजारोहण कर मेले का शुभारंभ किया जाता है। करीब चार सौ वर्षों से लगते आ रहे ऐतिहासिक चैती मेले का शुभारंभ आज जिलाधिकारी डा. युगल किशोर पंत ने किया। चैती मेला मैदान में टिनशेड की दुकानें बनाने के साथ ही प्रसाद की दुकानें, झूले आदि लगाने का कार्य जोरों से चल रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते दो साल मेले का आयोजन नहीं हुआ। दो साल बाद लगने वाले चैती मेला के लिए लोगों में खासा उत्साह है। श्रद्धालु वैश्विक महामारी के बाद अब अपनी आराध्य मां बाल सुंदरी देवी के दर्शन कर मन्नत मांगेंगे। मेले के शुभारंभ अवसर पर एसएसपी मंजूनाथ टीसी, पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी, एसपी चंद्र मोहन सिंह, एसडीएम अभय प्रताप, काशीपुर कोतवाल मनोज रतूड़ी, आईटीआई थाने के एसओ विद्यादत्त जोशी, एमएनए विवेक राय, तहसीलदार पूनम पंत, आप नेता दीपक बाली, कृष्ण कुमार अग्रवाल एडवोकेट, अमरीश अग्रवाल एडवोकेट, पार्षद गुरविंदर सिंह चंडोक और पंडा परिवार के पंडा वंशगोपाल अग्निहोत्री, विकास अग्निहोत्री, मनोज अग्निहोत्री, वंदना अग्निहोत्री सहित भारी संख्या में संभ्रांत लोग मौजूद रहे।