



महापौर ने सीएम से की काशीपुर बाईपास की चौड़ाई कम करने की मांग
अन्य मामलों को लेकर भी सौंपे ज्ञापन
रूद्रपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के रूद्रपुर आगमन के अवसर पर महापौर विकास शर्मा ने शहर के कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उनके समक्ष उठाया और उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। इस दौरान महापौर ने काशीपुर बाईपास चौड़ीकरण, सड़क दुर्घटना के पीड़ितों की आर्थिक सहायता, अग्निकांड पीड़ितों के मुआवजे और वरिष्ठ पत्रकार के उपचार के लिए मुआवजे की मांग सहित अन्य जनहित के मामलों पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा।
महापौर विकास शर्मा ने मुख्यमंत्री से काशीपुर बाईपास सड़क के चौड़ीकरण की योजना पर चर्चा की। महापौर ने बताया कि यह मार्ग नगर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। महायोजना 2031 में इस मार्ग की चौड़ाई 45 मीटर (लगभग 148 फीट) अंकित की गई थी। राजस्व और अन्य अभिलेखों के परीक्षण के पश्चात यह पाया गया कि मार्ग की चौड़ाई में समरूपता नहीं है। महापौर ने कहा कि शहर के दोनों ओर हाईवे के माध्यम से पहले ही 4-लेन सड़क एवं बाईपास का निर्माण हो चुका है। ऐसे में मार्ग को 45 मीटर चौड़ा करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि काशीपुर बाईपास की चौड़ाई को महायोजना 2041 में संशोधित कर 120 फीट (दोनों तरफ 60-60 फीट) किया जाए, जिससे राजस्व और महायोजना के अभिलेखों में समरूपता बनी रहे और नगर का नियोजित विकास सुनिश्चित हो सके। मुख्यमंत्री ने इस मामले में संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देने का आश्वासन दिया।
इसके अलावा महापौर ने नगर निगम क्षेत्र के 18 वर्षीय बालक अभिनव चुघ के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग भी की, जिनकी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। महापौर ने कहा कि अभिनव इकलौती संतान थी उसके परिजन आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उन्हें दो लाख रुपये की सहायता दी जानी चाहिए।
इसके अतिरिक्त महापौर ने फुलसुंगा वार्ड संख्या एक के मुन्ना चौराहा पर 20 अक्टूबर को हुए अग्निकांड में हुए नुकसान के लिए पीड़ित गुप्ता जनरल स्टोर के स्वामी को मुआवजा प्रदान करने की मांग की। इस अग्निकांड में अनुमानित नुकसान लगभग 9 लाख रुपये का था। महापौर ने वरिष्ठ पत्रकार मोहन राजपूत के उपचार हेतु मुआवजे की भी मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मामलों पर सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाते हुए आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।

