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मैराथन रिले रेस के साथ TITAN कंपनी ने की गो ग्रीन पहल की शुरुआत, 1 लाख से ज्यादा पेड़ लगाने का लिया संकल्प

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रुद्रपुर। पंतनगर सिडकुल स्थित टाइटन कंपनी लिमिटेड ने मैराथन रिले रेस के साथ ‘गो ग्रीन’ पहल की शुरुआत की है। जिसके तहत कंपनी द्वारा 1 लाख से ज़्यादा पेड़ लगाने का संकल्प लिया गया है। टाइटन कंपनी लिमिटेड के एमडी सी. के. वेंकटरमण ने मैराथन रिले को हरी झंडी दिखाई। पर्यावरण पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखता है, इसे स्वच्छ और सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। पर्यावरण के प्रति इस जिम्मेदारी को निभाने और आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर, हरित एवं स्वच्छ भविष्य का निर्माण करने के उद्देश्य से टाइटन कंपनी लिमिटेड ने ‘गो ग्रीन’ पहल की घोषणा की है। जिसके तहत 1 लाख से ज्यादा पेड़ लगाकर भारत को पूरी तरह से हरित बनाने की दिशा में कंपनी ने अपने कदम बढ़ाए हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए चलाई जा रही टाइटन की पहल ‘गो ग्रीन’ की शुरुआत एक मैराथन रिले और पंतनगर से बेंगलुरु के रास्ते में पेड़ लगाने के सामूहिक संकल्प के साथ बहुत ही अनोखे ढंग से की गयी। गो ग्रीन पहल के तहत टाइटन कंपनी वृक्षारोपण अभियान चलाएगी, जिसमें कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। स्वयंसेवी संगठन बायोटासॉइल फाउंडेशन, टाटा मोटर्स और टाटा पावर के सहयोग से यह अभियान चलाए जाएंगे। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए टाइटन कंपनी प्रतिबद्ध है और हरित जीवन को जीने का तरीका बनाने के लिए लगातार प्रयासशील है। अपनी प्रतिबद्धता में टाइटन ने समाज को भी शामिल किया है, पेड़ लगाकर, उसकी अच्छी देखभाल करके कोई भी व्यक्ति टाइटन की पर्यावरण पहल में अपना योगदान दे सकता है। तीन आसान तरीकों से टाइटन की ‘ गो ग्रीन पहल में भाग लिया जा सकता है।
# 1 वृक्षारोपण अभियान का हिस्सा बने
# 2 एक या अधिक पेड़ों को स्पॉसर करें
# 3 संकल्प लें और छोटे महत्वपूर्ण बदलाव करें अपनी शुरुआत से ही टाइटन ने कई पर्यावरण सुरक्षा उपक्रम चलाए हैं
टाइटन के मैन्युफैक्चरिंग में 75 % से ज्यादा ऊर्जा आवश्यकताओं को पवन और सौर ऊर्जा द्वारा पूरा किया जाता है। रीसाइक्लिंग और रिडक्शन के ज़रिए टाइटन ने आज तक करोड़ों लीटर पानी की बचत की है और उनके मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में ताज़े पानी की खपत को लगातार कम करना कंपनी ने जारी रखा है। टाइटन ने होसुर में दो विशाल कुंड बनाए हैं जिनमें बारिश का 1.4 लीटर पानी स्टोर किया जाएगा। टाइटन के सीएसआर प्रयासों ने झीलों का कायाकल्प किया है, चेक डैम बनाए हैं, देश भर में हजारों पेड़ लगाए हैं और मियावाकी जंगल उगाए हैं । • अपने कॉर्पोरेट ऑफिस के पास की एक बड़ी झील का टाइटन ने कायाकल्प कर जल निकाय को बहाल किया है , साथ ही पंतनगर में भी एक छोटे जल निकाय का कायाकल्प किया गया है ।
इस अवसर पर टाइटन कंपनी लिमिटेड के एमडी सी के वेंकटरमण ने कहा, “गो ग्रीन पहल धरती माँ की सुरक्षा के अनुकूल ज्ञान और प्रथाओं से प्रेरित है। पर्यावरण के अनुकूल जीवन, पारिस्थितिक रूप से जिम्मेदार निर्णय लेना, पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों को अपनाना एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली का नेतृत्व करना ही उन्नति का एकमात्र तरीका है। सामूहिक संकल्प के ज़रिए लोगों को प्रभावित करने और पर्यावरण के अनुकूल मानसिकता को बढ़ावा देने की दृष्टि से यह पहल शुरू की गई है। “कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी के एवीपी और हेड एन. ई. श्रीधर ने बताया, “शुरुआत से लेकर आखिर तक हमारे सभी ऑपरेशंस में पर्यावरण सुरक्षा को शामिल करने के लिए हम हमेशा से ही सचेत रहे हैं और लगातार प्रयासरत हैं । एक जिम्मेदार संगठन होने के नाते और हमारी गो ग्रीन पहल की शुरुआत के अवसर पर हमारे सहयोगियों और हितधारकों के साथ मिलकर जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता * लाना और स्थिरता को बढ़ावा देने वाली प्रक्रियाओं और प्रथाओं को अपनाने को प्रोत्साहित करना हमारा उद्देश्य है । “अधिक जानकारी और टाइटन की गो ग्रीन पहल में हिस्सा लेने के लिए कृपया यहां क्लिक करें : https://gogreen.titancompany.in


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