



देहरादून। कैबिनेट में वन विभाग की जिम्मेदारी मिलने के बाद कबीना मंत्री सुबोध उनियाल एक्शन मोड में आ गए हैं। जिम्मेदारी संभालने के बाद वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अपर मुख्य सचिव से भ्रष्ट अधिकारियों की फाइलें मांगी है। ऐसे में भ्रष्टअधिकारियों व कर्मचारियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
सुबोध उनियाल ने सबसे पहले ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला है, जिनके खिलाफ जांच होने के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को वन विभाग की जिम्मेदारी मिली है। जिसके बाद से वो एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। सुबोध उनियाल ने सबसे पहले ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला है, जिनके खिलाफ जांच होने के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वन मंत्री ने अपर मुख्य सचिव से ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की फाइल मांगी है। उत्तराखंड वन विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद सुबोध उनियाल ने अपनी प्राथमिकताएं बताई है। सुबोध उनियाल ने कहा विभाग में जिन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच हो चुकी है और कार्यवाही नहीं हो रही है। ऐसे अधिकारियों की फाइल उनके पास आ जाये। ऐसे अधिकारी के खिलाफ या तो निलंबन या फिर कंपलसरी रिटायरमेंट की कार्रवाई की जाएगी, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुबोध उनियाल ने कहा प्रदेश में जिस तरह वनाग्नि की घटनाएं हो रही है। ऐसे में उनकी प्राथमिकता है कि ऐसी घटनाओं पर किसी तरह से रोक लगाई जाए। वन क्षेत्रों में वनाग्नि की घटना को लेकर उनकी तरफ से अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। खास बात यह है कि अब डीएफओ को उनके क्षेत्रों के लिए जिम्मेदार बनाया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा वन क्षेत्रों में देखा गया है कि कई बड़े लोगों के कब्जे हुए हैं, ऐसे क्षेत्रों के चिन्हीकरण के बाद इन क्षेत्रों से कब्जा हटाने का काम किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा अभियान भी चलाया जाएगा।