देहरादून। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड पर्यटन और आतिथ्य सम्मेलन का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लिए पर्यटन रीढ़ की हड्डी का काम करता है। कोरोना काल मे पर्यटन उद्योग पटरी से उतर गया था।
सरकार के लिए इस बार चुनौती भी बड़ी होगी। जो यात्री सैलानी आएंगे उनका आतिथ्य सत्कार अच्छा हो सके ये चुनौती बड़ी है। इस बार की यात्रा सभी रिकार्ड तोड़ेगी। कहा कि यात्रा शुरू होने से पहले ही होटल भी बुक होने लगे हैं।
पुलिस को भी सही मायने में मित्र पुलिस की भूमिका निभानी होगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्थानीय व्यजंनों का भी जिक्र किया। कहा कि इन्हें भी पहचान दिलानी है। होटल वालों को भी पारंपरिक व्यंजनों को प्रमोट करना होगा। कहा कि राज्य आंदोलन की मूल भावना भी पर्यटन को बढ़ानी वाली थी।
बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। देहरादून के जीएमएस रोड स्थित एक होटल में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि किया। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने की। सम्मेलन में साहसिक खेल, होमस्टे और वेलनेस पर्यटन जैसे विषयों पर विभाग की ओर से तैयार किए गए टेलीविजन विज्ञापन (अपनाते हैं दिल खोल के) की लान्चिंग की गई।
अहम मुद्दों पर दो सत्रों का आयोजन
वहीं इस मौके पर प्रदेश के पर्यटन को भविष्य में बढ़ावा देने, कोरोना काल के बाद पर्यटन को फिर से पटरी पर लाने के लिए उठाए जाने वाले कदम और यूटीडीबी निवेश नीति जैसे अहम मुद्दों पर दो सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में कोरोना काल से सीख और इस दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा के लिए भी विशेष सत्र रखा गया है। इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ यूटीडीबी निवेश नीति पर अपने विचार रखेंगे।