



काशीपुर। ऐतिहासिक चैती मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। वहीं खरीदारी कम होने से दुकानदार मायूस हैं। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि माता रानी उनके कारोबार को अवश्य ही बढ़ायेंगी। मां बाल सुंदरी देवी के प्रति शहर के अलावा अन्य राज्यों के लोगों की गहरी आस्था है। बुक्सा समाज समेत कई अन्य राज्यों के लोग मां बाल सुंदरी देवी को अपनी कुलदेवी मानते हैं। यही वजह है कि भीषण गर्मी में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने आज नवमी को भी घंटों इंतजार कर अपनी आराध्य देवी के दर्शन किए और प्रसाद चढ़ाकर मत्था टेका। पुलिस प्रशासन ने मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में जाने के लिए मोटेश्वर महादेव मंदिर की ओर बने पक्के टिनशेड को कवर्ड किया है। टिनशेड के अंदर घुमावदार बैरिकेडिंग कर श्रद्धालुओं को मंदिर तक दर्शानार्थ पहुंचाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को तपती धूप से बचाया जा सके। श्रद्धालुओं में धूप की तपिश के बावजूद अपनी आराध्य देवी की झलक पाने की उत्सुकता नजर आ रही है। ज्ञातव्य है कि चैत्र मास में लगने वाला ऐतिहासिक चैती मेला बीते दो वर्षो में कोरोना संक्रमण काल के चलते नहीं लग पाया। अब जबकि दो साल बाद मेला लगा है तो प्रसाद चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस बीच खरीदारी कम होने से दुकानदार मायूस हैं। इन दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने भारी कीमत पर दुकानें यह सोचकर लगाई कि इस बार अच्छी बिक्री होगी लेकिन ऐसा नहीं है। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि माता रानी उनके कारोबार को अवश्य ही बढ़ायेंगी।