उत्तराखंड हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर काशीपुर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने
काशीपुर। उत्तराखंड हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर भाजपा व कांग्रेस में तलवार खिंच गई है। जहां विपक्ष इस फैसले से नाखुश दिखाई दे रहा और सरकार पर काशीपुर की जनता को बरगलाने का आरोप लगा रहा है, तो वहीं पक्ष अब हाईकोर्ट हल्द्वानी शिफ्ट करने की वकालत करने लगा है।
हाईकोर्ट शिफ्टिंग की बात जब से गाहेबगाहे की जा रही थी तभी से कुछ लोग इस मुद्दे को लेकर पक्ष में खड़े थे लेकिन कुछ लोग विरोध में उतर आए थे। इतना ही नहीं नैनीताल के कुछ वकील भी हाईकोर्ट को शिफ्ट करना नहीं चाहते थे जबकि हल्द्वानी के वकील हाईकोर्ट को कुमाऊं के प्रवेश द्वार में शिफ्ट करने के लिए जोर लगा रहे थे। दूसरी ओर काशीपुर की जनता ने अपने दिलोदिमाग में हाईकोर्ट काशीपुर आने के सपने संजोए थे लेकिन सारे सपने उस समय चूर हो गये जब बुधवार को हुई पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट की मीटिंग में रायशुमारी में करीब 80 प्रतिशत सुझाव हाईकोर्ट को हल्द्वानी शिफ्ट करने के पक्ष में थे, जिस पर अब सियासत गर्माती हुई दीख रही है। इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री मुक्ता सिंह का कहना है कि कांग्रेस ने हमेशा से जनता के हितार्थ कार्य किया है। कांग्रेस ने जो भी नीतियां व योजनाएं बनाईं वह जनता की भलाई के लिए बनाईं लेकिन भाजपा ने हमेशा से ही जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ जनता को गुमराह करती है। भाजपा की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है, क्योंकि भाजपा करती कुछ है और कहती कुछ है। उन्होंने धामी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने काशीपुर की जनभावनाओं को ठेस पहुंचायी है। भाजपा ने चुनावी वादे करते हुए काशीपुरवासियों से हाईकोर्ट को काशीपुर शिफ्ट करने की सहमति जताई थी। जिसके बाद ही काशीपुर की जनता ने सरकार को चुनाव में जिताया था लेकिन अब सरकार का मूड बदलकर हल्द्वानी में हाईकोर्ट को शिफ्ट करना दोहरे चरित्र को दर्शाता है। वहीं भाजपा अब हाईकोर्ट शिफ्ट करने को लेकर अपना तर्क दे रही है। भाजपा के पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष आशीष गुप्ता ने कहा कि हाईकोर्ट नैनीताल में होने से वादियों को परेशानी होती थी। भाजप का कहना है की खासकर पर्यटन सीजन में नैनीताल में दिक्कतें अधिक बढ़ जाती है। कई बार हल्द्वानी से गाड़ियों की एंट्री बंद करवा दी जाती है। ऐसे में नैनीताल से हाईकोर्ट को शिफ्ट करना जरूरी हो गया था ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का काम लोगों को गुमराह करने का है और कांग्रेस कभी भी देश हित के लिए नहीं सोचती है। हाईकोर्ट को नैनीताल से हल्द्वानी शिफ्ट करने को लेकर धामी सरकार ने फरमान तो जारी कर दिया है। इस फरमान के बीच जहां कांग्रेस सरकार को घेर पहाड़ चढ़ने से कतराने का आरोप मढ़ रही है तो वहीं सत्तापक्ष भी फुल प्लानिंग के साथ कांग्रेस पर पलटवार कर रहा है। ऐसे में पहाड़ से मैदान में हाईकोर्ट शिफ्ट करना कितना फायदेमंद साबित होता है ये आने वाला वक्त ही बताएगा।