लालकुआं। रेलवे फाटक बंद के दौरान बाईक निकालने को लेकर आरपीएफ की महिला दरोगा व बाइक सवार युवक के बीच कहासुनी हो गई। रेलवे फाटक पर मौजूद रेलवे सुरक्षा बल की महिला दारोगा ने उक्त युवक को बाइक सहित पकड़ लिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने युवक को हिदायत देकर व नियम समझाकर छोड़ने कि मांग की लेकिन महिला दरोगा युवक को ना छोड़ने की जिद पर अड़ी रही। रेलवे सुरक्षा बल की महिला दरोगा और व्यापार मंडल के पदाधिकारियों में जमकर बहस शुरू हो गई। महिला दरोगा इतने गुस्से में आ गई की व्यापार मंडल अध्यक्ष का भी चालान करने की बात कह गई और वहीं पर कवरेज कर रहे एक पत्रकार का मोबाइल भी जब्त करने की बात करने लगी। मामला इतना बड़ गया कि धीरे धीरे लोगों की भारी भीड़ एकत्रित होने लगी। करीब 2 घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। जिसके बाद मौके पर पहुंचे आरपीएफ इंस्पेक्टर तरुण वर्मा ने युवक को छोड़ने के निर्देश उक्त महिला दारोगा को दिये जिसके बाद मामला शांत हुआ।
बताते चलें कि रेलवे पुलिस द्वारा अक्सर इस तरह के कारनामे किए जाते हैं, जिससे अक्सर जनता में आक्रोश देखा जाता है। सूत्रों के अनुसार रेलवे पुलिस के अधिकारी अधिकतर जिस दिन लालकुआं में रेलवे मजिस्ट्रेट का दौरा होता है उस दिन मजिस्ट्रेट को दिखाने के लिए लोगों को रेलवे स्टेशन के आसपास से उठाकर मजिस्ट्रेट के सामने बिना टिकट पेश कर देते हैं।
वहीं व्यापार मंडल अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि अगर रेलवे पुलिस सही तरीके से लोगों को जागरूक करे तो व्यापार मंडल भी उसका समर्थन करेगा। रेलवे पुलिस सिर्फ मजिस्ट्रेट को दिखाने के लिए चालानी कार्यवाही करती है, जो की एक गलत प्रथा है।