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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व मंत्री रेखा आर्या ने किया पोक्सो गोष्ठी में प्रतिभाग, पुस्तक का किया विमोचन

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पंचायत स्तरों पर भी हों कार्यक्रम आयोजित-रेखा आर्या

देहरादून। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने किया बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा आयोजित पोक्सो गोष्ठी में प्रतिभाग किया।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा आज राजधानी देहरादून में एक दिवसीय मंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया और साथ ही पोक्सो एक्ट से सम्बन्धित पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विशिष्ठ अतिथि के रूप में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या सहित पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा गीता खन्ना, महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल, उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी, विनोद कपरवान, हाइकोर्ट के रिटायर न्यायाधीश राजेश टंडन, रिटायर्ड न्यायाधीश वीके महेश्वरी सहित स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा, पुलिस एवं न्याय विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से निश्चित तौर से जागरूकता आती है, और समाज में व्यापक रूप से इस तरीके से कार्यक्रम आयोजित हो इसके प्रयास किए जाने चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीया महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य जी ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर तक कार्यक्रम आयोजित करे जिससे बच्चों को अपने अधिकारों जैसे अच्छे कपड़े, भोजन व यौन सुरक्षा का अधिकार की जानकारी प्राप्त हो सके ।साथ ही पंचायत स्तर तक इस तरीके के कार्यक्रमों का आयोजन हो तो फिर बालकों को भी अपने अधिकारों के बारे में पता चल सकेगा इसलिए उनकी कोशिश होगी कि इस तरीके के कार्यक्रम पंचायत स्तर पर भी आयोजित हो।
कार्यक्रम में आयोग की अध्यक्षा डॉ गीता खन्ना ने कहा कि बच्चो के खिलाफ किसी भी प्रकार की अहित एवं हिंसा की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कानूनी कार्यवाही की जाएगीद्य
कार्यक्रम के दौरान आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी ने कहा कि आज अगर हमें समाज से इस बुराई को समाप्त करना है तो माता पिता को भी बच्चों को ळववक व ठंक टच की जानकारी देनी चाहिए।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास के साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारी -कर्मचारी भी मौजूद रहे। लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 यानी पॉक्सो एक्ट में कानून के तहत क्या प्रावधान किए गए हैं उस पर चर्चा के साथ बालकों के विकास को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई, साथ ही उन विशिष्ट लोगों को भी सम्मानित किया गया जो बालकों के हित के लिए काम कर रहे हैं।


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