



राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जनपद इकाई के द्वारा स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘इंडिया से भारत की ओर’विषय पर शहर के प्रतिष्ठित अटल उत्कृष्ट आदित्य नाथ झा राज के इंटर कॉलेज के सभागार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय प्रभारी शिक्षा महेंद्र कुमार ने इस विषय पर बोलते हुए कहा आज अपनी पुरानी संस्कृति और सभ्यता को भूलते जा रहे हैं उन्होंने कहा कि हमारे देश में बहुत ज्यादा प्रगति की है तकनीकी क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान के क्षेत्र में लेकिन जो हमारी प्राचीन विरासत थी जिसके कारण पूरे विश्व में विश्व गुरु कहलाते थे जो हमारी परिवार की अवधारणा थी जो संयुक्त परिवार की एक व्यवस्था थी जो समाज में समरसता की भावना थी उससे कहीं ना कहीं हम दूर हो रहे हैं शैक्षिक महासंघ के माध्यम से अपने शिक्षकों छात्रों से आवाहन किया कि अपनी भारतीय परंपरा की और संस्कृत की पुरानी विरासत के साथ हम अपने देश को आगे बढ़ाने में सक्षम हो यही हमारा उद्देश्य है।
पूरे देश में 1400000 सदस्य राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कार्यकर्ता के रूप में लगातार इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते अपर जिला अधिकारी डा० ललित नारायण मिश्र जी ने पश्चिमी सभ्यता और भारतीय सभ्यता के अंतर को स्पष्ट करते हुए कहा की आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है और हमारी संस्कृति को बढ़ावा दे रही है।हमारे देश के वैज्ञानिक साहित्यकार पूरे विश्व में अपना परचम लहरा रहे हैं।।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र आर्य कहा की वर्तमान परिवेश में शिक्षको की जिम्मेदारी ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो जाती है।शिक्षक और छात्र मिलकर राष्ट्र के विकास अप्रतिम योगदान कर सकते हैं।उन्होंने ऐसे शैक्षिक कार्यक्रम होते रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक संघ के प्रदेश महामंत्री माध्यमिक शिक्षा ने महासंघ के उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला और अवगत कराया की महासंघ अविरल अपने उद्देश्यों को साकार रूप देने में लगा हुआ है। आज के इस दौर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की क्या भूमिका होगी और किस प्रकार से शैक्षिक उन्नयन का काम किया जा सकता है इस विषय पर श्री पाठक ने विस्तार से अवगत कराया। इसी कार्य क्रम में अपर जिलाधिकारी महोदय की काव्य पुस्तक ‘गीत मेरे मीत मेरे’ की मानवीय संवेदनाएं को उकेरती हुई कुछ कविताओं का सस्वर वाचन राजकुमुद पाठक के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कई विद्यालयों के प्रधानाचार्य शिक्षकों को सम्मानित किया गया साथ ही नगर क्षेत्र में स्थित विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी डा० राजेंद्र सिंह कोषाध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह मीडिया प्रभारी भरत सिंह यतेंद्र सिंह गिरीश शर्मा दिनेश शुक्ला संत शरण पांडे कृपाल सिंह कंबोज विनीता जगदीश चौधरी सहित सम्मानित होने वाले राजकीय प्राथमिक संघ के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह सिरोही प्रधानाचार्य बाल मुकुंद तिवारी रामबाबू शुक्ला आमोद कुमार सक्सेना माधवेंद्र कुमार सारस्वत प्रेम चंद्र चौहान आनंद सिंह गौतम
डॉ० गीता किरण डा० सुनीता यादव विनोदकुमार सिंह तोमर एस ०एन ०सिंह महेश कुमार अंकिता सक्सेना
सहित सहित गजेंद्र कुशवाहा प्रशांत चौधरी प्रेम चंद देवेंद्र चौहान उपाध्यक्ष हरि शंकर याज्ञिक विकास पांडे डॉ धर्मेंद्र चौबे हीरा सिंह बिष्ट दिनेश तिवारी अजय क्वीरा सुरेश जोशी रमेश जोशी रतन सिंह कुशवाहा कुंवर चक्रवर्ती सैनी जिला महामंत्री संतोष शर्मा जिलामंत्री महेश कुमार देवेंद्र पाल सिंह विवेक पंवार आदि उपस्थित थे।विद्यालय के प्रधानाचार्य दया शंकर पांडें ने सभी का आभार ज्ञापन किया।इस कार्यक्रम में नगर कुछ विद्यालय के छात्र छात्रा सुखदेव सिंह काजल मिश्रा साजिया निखिल भट्ट उज्जवल सिंह छाया सागर अभिषेक सबा अंजुम आदि को उनके प्रतिभाशाली प्रदर्शन हेतु पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन राजकुमुद पाठक एवम महेश यादव द्वारा किया गया।