




कांग्रेस से निष्कासित नेताओं के आरोप महानगर अध्यक्ष ने बताए निराधार, गीता चौहान की कांग्रेस में ससम्मान हुई वापसी
काशीपुर। कांग्रेस से निष्कासित किए गए नेताओं द्वारा लगाए गए तमाम तरह के आरोपों को महानगर अध्यक्ष ने निराधार बताया है। साथ ही श्रीमती गीता चौहान को निष्ठावान कार्यकर्ता बताते हुए उनकी पार्टी में ससम्मान वापसी की बात कही है। कांग्रेस मेयर प्रत्याशी रहे संदीप सहगल ने भी इस पर अपनी सहमति व्यक्त की है। गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों की खिलाफत करने के आरोप में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था। गुरुवार को निष्कासित कार्यकर्ता जफर मुन्ना, वसीम अकरम, इदरीश अंसारी और शहजाद हुसैन ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में प्रेस वार्ता कर आरोप लगाया कि महानगर अध्यक्ष ने प्रलोभन में पार्षद पद पर टिकट दिए हैं। कहा कि कायदे से पहले उन्हें नोटिस दिये जाने चाहिए थे। कहा कि खुद महानगर अध्यक्ष व मेयर प्रत्याशी के वार्ड में कांग्रेस बुरी तरह हारी है। ऐसे में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष को इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए। उक्त नेताओं ने महानगर अध्यक्ष पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग भी की। कहा कि उनका निष्कासन अवैधानिक है। वे महानगर अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि का केस दायर करेंगे। उधर, इस मामले में आज कांग्रेस नव चेतना भवन में महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन तथा पूर्व मेयर प्रत्याशी संदीप सहगल ने अपना स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया। साथ ही कहा कि निष्कासन सूची में श्रीमती गीता चौहान का नाम भूलवश आ गया था। इसमें सुधार करते हुए निष्ठावान कार्यकर्ता श्रीमती गीता चौहान की पार्टी में ससम्मान वापसी की गई है। उन्होंने इस संबंध में पत्र भी जारी किया है।

